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कमर का दर्द सभी के लिए परेशानी का कारण होता है। विशेष रूप से महिलाएं इस
समस्या से अधिक ग्रसित होती हैं। लेकिन इस समस्या को दूर करने के कुछ घरेलू उपाय
भी होते हैं। आप इस आर्टिकल में कुछ ऐसे ही सामान्य और सरल घरेलू उपायों को जान
सकते हैं जो आपकी इस समस्या का समाधान कर सकते हैं। आइए जाने आखिर कम दर्द होता
क्या है। Kamar Dard Dur Karne Ke
Upay in Hindi
कमर का दर्द क्या है – What is Back pain in Hindi
आपके शरीर के निचले हिस्से में होने वाले दर्द को
कमर दर्द (Hip Bursitis) कहा जाता है। बर्साइटिस का अर्थ
है बर्सा की जलन। हमारे शरीर में तरल पदार्थ से भरी हुई थैली को बर्सा कहते हैं। यह
हमारे शरीर की मांसपेशियों और अन्य महत्वपूर्ण अंगों की रक्षा करने में मदद करते
हैं। हमारे पूरे शरीर में 160 बर्स होती हैं। आइए जाने कमर में दर्द होने के कारण क्या
हैं। Kamar Ka Dard Kya Hai in Hindi
कमर में दर्द होने के कारण – Due to pain in the waist in Hindi
सामान्य रूप से कमर का दर्द एक सामान्य शारीरिक क्रिया है। यदि आपको कमर में
दर्द होता है तो यह उन कारणों से होता है जो आपकी हड्डीयों या बर्सा पर दबाव डालते
हैं। कमर पर दर्द होने के अन्य कारण इस प्रकार हैं :
·
जरूरत से अधिक परिश्रम करना।
·
किसी भी काम को गलत मुद्रा या गलत तरीके से करना जिससे शरीर पर अतिरिक्त दबाव
पड़ता हो।
·
आपकी रीड़ की हड्डी में किसी प्रकार की समस्या हो।
कमर दर्द के घरेलू उपाय इन हिंदी – Home remedies for Back ache in Hindi
बहुत से लोग पीठ और कमर के दर्द से परेशान होते हैं। इसका चिकित्सकीय उपचार
भी संभव है लेकिन अक्सर गंभीर परिस्थितियों में ही डॉक्टर से संपर्क किया जाता
है। अधिकांश लोग कमर के दर्द को ठीक करने के घरेलू उपाय ही खोजते हैं। आइए जाने आप
घर पर कुछ प्राकृतिक तरीकों से कमर दर्द का प्रभावी इजाल कैसे कर सकते हैं। Kamar Dard Ke
Gharelu Upay in Hindi
तेज कमर दर्द का इलाज अदरक – Ginger For Back Pain in Hindi
आयुर्वेद में अदरक का उपयोग विशेष जड़ी बूटी के रूप में किया जाता है। अदरक के
फायदे उल्टी को दूर करने के लिए जाने जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि अदरक
का उपयोग कमर दर्द को भी ठीक कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस जड़ी बूटी में
बहुत से औषधीय गुण होने के साथ ही एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते
हैं। जो कम दर्द के प्रभाव को दूर करने में सहायक होते हैं। कमर के दर्द से
छुटकारा पाने के लिए आप अदरक का विभिन्न प्रकार से उपभोग कर सकते हैं। लेकिन अदरक
की चाय ज्यादा प्रभावी मानी जाती है। इसके अलावा बैक पेन के लिए अदरक का उपयोग
निम्न प्रकार से भी किया जा सकता है।
·
दर्द प्रभावित क्षेत्र में नीलगिरी तेल से मालिश करने के बाद अदरक का पेस्ट
लगाएं। यह कमर दर्द से तुरंत राहत दिला सकता है।
·
आप अदरक की चाय बनाने के लिए अदरक को बारीक काट लें। 2 कप पानी लें और इसमें
अदरक के टुकड़ों को डाल कर उबालें। स्वादिष्ट बनाने के लिए आप इसमें चीनी या शहद
मिलाकर दिन में 2 बार सेवन करें।
·
औषधीय चाय बनाने के लिए आप ½ चम्मच काली मिर्च, ½ चम्मच अदरक पाउडर (सौंठ), ½ चम्मच लौंग पाउडर को मिलाकर एक काढ़ा तैयार
करें। यह काढ़ा भी कमर दर्द का प्रभावी उपचार कर सकता है। Tej Kamar Dard Ka Ilaj
Adrak in Hindi
तेल से करें कमर दर्द का इलाज - Herbal Oil for Back ache in Hindi
प्राचीन समय से मालिश हमारी चिकित्सा पद्धति का हिस्सा रहा
है। आप अपनी कमर दर्द के उपचार के लिए औषधीय तेलों की मालिश ले सकते हैं। इस
प्रकार के तेलों से मालिश करने से मांसपेशीयों के दर्द से छुटकारा मिल सकता है।
कमर दर्द का इलाज करने के लिए आप नीलगिरी तेल, बादाम तेल, नारियल तेल, जैतून तेल आदि का उपयोग कर सकते हैं।
लेकिन ध्यान रखें कि जैतून और नीलगिरी जैसे तेल बहुत ही शक्तिशाली होते हैं इसलिए
इनका उपयोग करने से पहले इन्हें अन्य वाहक तेलों की सहायता से पतला कर लेना
चाहिए। आप मालिश के लिए तेल को हल्का गर्म करें और फिर मालिश लें। यह आपके कमर
दर्द का प्रभावी इलाज हो सकता है। Tel Se Karen Kamar Dard Ka Ilaj in Hindi
कमर दर्द का घरेलू नुस्खा तुलसी - Basil Leaves for Back pain in Hindi
जड़ी बूटीयों की मां के रूप में तुलसी को जाना जाता है। इस कारण से तुलसी
हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। तुलसी के पत्तों से बनी
औषधीय चाय का सेवन कर आप कमर दर्द को ठीक कर सकते हैं।
अन्य औषधीय चाय की तरह ही तुलसी के पत्तों की चाय बनाएं। चाय को छाने और
इसमें 1 चुटकी नमक मिलाएं। यदि आपको सामान्य दर्द होता है तो आप इसे दिन में 1 कप
पिएं। लेकिन यदि आप गंभीर दर्द से ग्रसित हैं तो दिन में दो बार इस औषधीय चाय को
पीना चाहिए। Kamar Dard Ka Gharelu Upchar Tulsi in Hindi
कमर दर्द की आयुर्वेदिक दवा लहसुन - Garlic for Back ache in Hindi
विशेष औषधी के रूप में लहसुन का उपयोग प्राचीन समय से किया जा रहा है। यह एक
मसाला होने के साथ ही कमर दर्द का इलाज करने वाली जड़ी बूटी भी है। लहसुन प्रकृति
में गर्म होने के कारण कमर दर्द से राहत दिलाने में सहायक होता है। इसके लिए
नियमित रूप से 1-2 लहसुन की कलियों का नियमित सेवन किया जाना चाहिए। इसके साथ ही
आप लहसुन तेल से भी कमर दर्द को दूर कर सकते हैं। इसके लिए आप 1 बड़ा चम्मच सरसों
का तेल लें और इसमें कुछ लहसुन को डालकर काला होने तक पकने दें। ठंडा होने के बाद
इस तेल से कमर की मालिश करें। यह कमर दर्द का सबसे अच्छा घरेलू उपाय है। Kamar Dard Ki Ayurvedic
Dawa Lahsun in Hindi
कमर दर्द का उपचार है दूध - Milk for Back ache in Hindi
अक्सर देखा जाता है कि कमर दर्द से महिलाएं अधिक प्रभावित होती हैं। कमर दर्द
का प्रमुख कारण शरीर में कैल्शियम की कमी भी हो सकती है। इसकी जांच कराना आवश्यक
है। क्योंकि कैल्शियम की कमी शरीर के लिए हानिकारक हो सकती है। लेकिन यदि आप
नियमित रूप से दूध का सेवन करते हैं तो यह कमर दर्द के प्रभाव को कम कर सकता है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि दूध में कैल्शियम की उच्च मात्रा होती है। शरीर में
कैल्शियम की कमी को दूर करने और कमर दर्द का इलाज करने के लिए नियमित रूप से दूध
का सेवन फायदेमंद हो सकता है। Kamar Dard Ka Upchar Hai Doodh in Hindi
कमर दर्द के लिए करें सेंधा नमक का प्रयोग - Epsom
salt bath for Back ache in Hindi
मांसपेशीयों के दर्द को दूर करने के लिए सेंधा नकम एक अच्छा विकल्प है। इसका
उपयोग कर आप कमर दर्द से राहत पा सकते हैं। सेंधा नमक (Epsom salt), या मैग्नीशियम सल्फेट त्वचा के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर दर्द को कम करने
में मदद करता है। इसके लिए कमर दर्द से प्रभावित व्यक्ति को अपने नहाने के पानी
में 2 चम्मच सेंधा नमक का उपयोग करना चाहिए। Kamar Dard Ke Liye Sendha Namak in Hindi
कमर दर्द से राहत दिलाए गर्म और ठंडी सिकाई - Cold
and hot therapy for Back ache in Hindi
यदि आप चाहें तो सिकाई के माध्यम से भी कमर दर्द का उपचार कर सकते हैं। ये
सिकाई गर्म और ठंडी दोनो प्रकार से की जा सकती है। आइए जाने कमर दर्द के इलाज के
लिए सिकाई किस प्रकार की जानी चाहिए।
गर्म सिकाई कमर दर्द के लिए - Warm Therapy For Back Pain in Hindi
प्रभावी रूप से कमर दर्द को कम करने के लिए आप सिकाई का उपयोग कर सकते हैं।
गर्म सिकाई लेने के बहुत से तरीके हैं। जैसे कि तेल लगाकर गर्म कपड़े से सिकाई, कांच की बोतल से गर्म
पानी की सिकाई, हीटिंग पेड से सिकाई आदि।
गर्म सिकाई कमर दर्द के लिए फायदेमंद होती है। क्योंकि यह शरीर
में रक्त परिसंचरण को बढ़ावा देता है जिससे दर्द प्रभावित क्षेत्र उपचार पोषक तत्व
तेजी से पहुंचते हैं दर्द को कम करते हैं। Garam Sikai Kamar Dard Ke Liye in Hindi
ठंडी सिकाई है कमर दर्द का उपचार - Cold Therapy for back pain in Hindi
शरीर के दर्द और विशेष रूप से कमर दर्द को ठीक करने के लिए आप
ठंडी सिकाई का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आप कपड़े में कुछ बर्फ के टुकड़े लें और
प्रभावित क्षेत्र में इससे सिकाई करें। ठंडी सिकाई करने के फायदे यह हैं कि इससे सूजन
को कम करने में मदद मिलती है। इस प्रकार कमर दर्द से राहत मिल सकती है। Thandi Sikai Kamar
Dard Ke Liye in Hindi
कमर दर्द का उपाय है एक्सरसाईज - Exercises for Back ache in Hindi
जिन लोगों को कमर दर्द की समस्या होती है उनके लिए व्यायाम
करना फायदेमंद हो सकता है। वैसे भी दैनिक जीवन में व्यायाम को विशेष स्थान दिया जाना
चाहिए। नियमित व्यायाम करने से मांसपेशियों के दर्द को कम किया जा सकता है साथ ही
आगे होने वाली ऐसी समस्याओं की संभावना भी कम हो सकती है। कमर दर्द से छुटकारा दिलाने
वाले कुछ सामान्य व्यायाम इस प्रकार हैं।
दौड़ना, कमर को आगे पीछे
झुकाना, कोबरा मुद्रा का अभ्यास करना आदि। यदि आप नियमित रूप से इस प्रकार के व्यायाम
करते हैं तो कमर के दर्द को दूर करने में आसानी होती है। Kamar Dard Ka
Upay Hai Vyayam in Hindi
कमर दर्द के लिए डॉक्टर के पास कब जाएं - When should you see a doctor in Hindi
यदि कमर का दर्द सामान्य अवस्था में है तो इसका घरेलू उपाय ही किया जाना चाहिए।
क्योंकि ये घरेलू उपाय सुविधाजनक और सस्ते होते हैं। लेकिन यदि कमर का दर्द गंभीर
स्थिति में है तो डॉक्टर से तुरंत ही संपर्क करना चाहिए। यदि आप ऐसे लक्षणों का सामना
कर रहे हैं तो आपको डॉक्टर के पास जाने की सलाह दी जाती है।
- यदि कमर का दर्द 6 सप्ताह या इससे अधिक समय से है।
- घरेलू उपचार करने के बाद भी कमर का दर्द ठीक न हो रहा हो।
- यदि केवल रात में कमर दर्द होती हो।
- कमर दर्द के साथ-साथ पेट दर्द भी होता हो।
- भुजाओं या पैरों में कमजोरी महसूस हो या इनमें झुनझुनी (tingling) या सुन्न होना (numbness) आदि लक्षण दिखें।
यदि ऐसी स्थिति हो तो घरेलू उपचारों को बंद करने के साथ ही डॉक्टर से संपर्क किया
जाना चाहिए।